Nathu Ram Godse -new age hero

Nathu Ram Godse -new age hero

#गोडसे

कल फेसबुक पर बहुत जगह गोडसे साहब की महिमा, विचारधारा पर चर्चा और बहस सुनी।कुछ लोगों ने उन्हें भारत को गांधी से आज़ाद कराने वाला बताया। कुछ ने इतिहासकारों को बिके हुए भांड, टुटपुँजिये , टुच्चे चरित्र बताया, या हमारी संस्कृति की विकृत दिखाने वाले पाश्चात्य इतिहासकार बताया। कुछ ने अब नया शुद्ध इतिहास लिखे जाने की वकालत की। मुझे एक किताब भी पढ़ने का काफी आग्रह हुआ है जिससे इन्हें समझा जा सके। एक पोस्ट प्रश्नात्मक रूप में गांधी की नेहरू के शाषन के 6 महीने में ही हत्या कर दिए जाने पर मिली।
वैसे तो हर देश मे ही आपसी विभाजन की तम्माम निमित्तियाँ लोगों ने खोज ही रखी हैं, धर्म, धर्म मे जाति, जाती में उपजाति, बंगाली-बिहारी, कन्नड़-तमिल, हिंदी-तमिल, पहाड़ी चिंकी-इंडियन, श्वेत-अश्वेत, कैथोलिक-प्रोटस्टेंट,शिया-सुन्नी और पता नही क्या क्या।हिन्दू-सनातनी हिन्दू, साम्य वादी हिन्दू, कांग्रेसी हिंदू, कट्टर-उदारवादी भी नये विभाजन हैं। दो किताबों की चर्चा बहुत है हिटलर की मीन काम्फ और गोडसे की गांधी का वध शायद। कोशिश करके पढूंगा, ताकि समझ सकूं। पता नही बेअंत सिंह ने भी कोई किताब लिखी है या उनका अदालत में दिया हुआ बयान सार्वजनिक हो पाया या नही।
देश मेरा युवा है, खून गर्म है सोशल मीडिया एक्टिव,इंटरनेट सस्ता और रोजगार सीमित। बहुत सारी चीजें मेक इन इंडिया के बावजूद भी चीन से बन कर यहां अससेम्बल हो जाती हैं। टेक्नोलॉजी में इसरो के स्पेस प्रोग्राम और कुछेक मिसाइल छोड़ कर युध्द, सोलर, led, दूरसंचार, रेल, जहाज़ सब कुछ आयातित ही होता है।

नई सदी के नए नेता,युग निर्माता को बधाइयां, पुराने को विसर्जन।

पढ़ाई से इंजीनियर , व्यवसाय से ब्यूरोक्रेट तथा फितरत से साहित्यकार हैं ‘ रणविजय’।

वर्दी वाले बहुत कुछ मैनेज कर सकते हैं, ख़ास कर जो चीज अवैध हो।

-रणविजय

( भोर: उसके हिस्से की )