Life is all about adjusting

Life is all about adjusting

आज मुझे एक साहब ने बताया कि ओ हेनरी ने अपने जीवन मे सब से अच्छी कहानियां तब लिखीं, जब वे 5 साल जेल में थे। सर्जनात्मकता पीस ऑफ माइंड और एकांत मांगती है, तो क्या इसके लिए जेल ही जाना पड़ेगा।
चलते फिरते बिचार आया। फिर हमने ही काट दिया।

बचपन मे एक बड़ी सुंदर कहानी सुनी थी। एक घुड़सवार एक रहठ के पास रुकता है। पहले खुद पानी पीता है, फिर घोडे को भी पानी दिखाता है। लेकिंन घोड़ा जैसे ही मुह नीचे करता है, रहट का एक डिब्बा चकरी पर खट की आवाज से गिरता है। घोड़ा बिदक जाता है। फिर जैसे ही पानी पीने के लिए मुह नीचे करता है, फिर वही खट । थोड़ी देर में परेशान होकर घुड़सवार रहट हांकने वाले से कहता है कि भाई थोड़ी देर रहठ रोक दो, मेरा घोड़ा पानी पी ले, तो रहट वाले ने कहा, भाई ये खट-खट तो लगी रहेगा। पानी पीना है तो इसी में पीना पड़ेगा।

यही जीवन है…

#रहठ कुछ लोगों को शायद पता न हो।गूगल करें।

पढ़ाई से इंजीनियर , व्यवसाय से ब्यूरोक्रेट तथा फितरत से साहित्यकार हैं ‘ रणविजय’।

वर्दी वाले बहुत कुछ मैनेज कर सकते हैं, ख़ास कर जो चीज अवैध हो।

-रणविजय

( भोर: उसके हिस्से की )